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No 1 Poems About Life|Love poems|Famous Poems|2019
Part1
No1 Hindi Poems Poems2019 |
मुझे पता ही न चला, हो गया मै कब इतना बड़ा
मैं अनजाना था और थोड़ा बेगाना भी था
औरो की तरह मेरे सपने भी थे सूरज में जाने की
लेकिन अब चाँद भी लगने लगा है हद से ज्यादा बड़ा
न जाने कब हो गया मै इतना बड़ा
बस कभी हमारी भी खाहिशे थी आसमान को छु लू खड़ा-खड़ा
हौसलो ने भी अपनी पंख लिए पसार
परंतु जिम्मेदारियाँ कब आ गई हद से ज्यादा बड़ा
न जाने कब हो गया मै इतना बड़ा
घर वालो ने न जाने कब ली अपनी नज़रे मुझपर गड़ा
पहले कह दिए तू चल हम तेरे साथ है
अब कहते है, नहीं देता तू अपना साथ है
न जाने कब मैं हो गया इतना बड़ा
अब बहुत दूर चले आये थे अपने सपनो में दौड़ा-दौड़ा
न अब बन रहा था की अधूरे ही चले जाये
लेकिन अपने अरमानो ने रोका था
न जाने कब हो गया बड़ा
मैं कहता रहा मुझसे नहीं जाएँगी इन जिम्मेदारियों से लड़ा
अभी मुझे रहने दो मासूम बच्चे की तरह
अपना काम होगा सिर्फ अपनी मां की गोद में सोना
लेकिन लगा जब जिम्मेदारियो की चाबुक, हुआ मैं भाग खड़ा
न जाने कब मैं हो गया बड़ा
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