सरस्वती माँ,Saraswati Puja,Basant panchami in 2020
Saraswati Puja आज ही के दिन माँ सरस्वती की रचना हुई थी ब्रम्हा जी के द्वारा ,जिसके चार हाथ थे ,एक हाथ में वीणा ,दूसरे में वर मुद्रा में ,तीसरे में गीता और चौथे में माला ||
माँ सरस्वती |
Saraswati Puja,Basant panchami 2020
हैलो दोस्तों आज मैं आपलोगो को बताने जा रहा हूँ की कैसे इस पूजा की शुरुवात हुई और क्या है इसके पीछे का इतिहास ,तो चलिए दोस्तों शुरू करते है -
ऐसा कहा जाता है की आज ही के दिन (Basant Panchami ) माँ सरस्वती का जन्म हुआ था वो भी भगवान् ब्रम्हा के द्वारा संरचन हुआ था जिसके चार हाथ थे ,एक हाथ में वीणा ,दूसरे में मुद्रा में ,तीसरे में गीता और चौथे में माला ||
तो उसी समय ब्रम्हा जी ने माँ सरस्वती को वीणा बजाने को कहा तभी माँ सरस्वती की वीणा से निकली हुई स्वर से पुरे संसार में स्वर आ गया या यू कहे की संसार की हार चीजों में स्वर आ गई | उसी दिन माँ सरस्वती को वाणी की देवी के नाम से जाना जाने लगा |
माँ सरस्वती को ज्ञान कला और संगीत की देवी के रूप में जाना जाने लगा | बसंत पंचमी को ख़ास सरस्वती माँ की पूजा की जाती है | जिसको saraswati puja के नाम से जाना जाता है |
इस पर्व को सादगी के रूप में जान आ जाता है | इस दिन लोग सफ़ेद ड्रेस पहनना पसंद करते है | इस दिन सारे स्टूडेंट मिलकर सरस्वती माँ की पूजा करते हैं और अपने ज्ञान को बढ़ने के के लिए प्रार्थना करते हैं माँ सरस्वती से ताकि उसका पढाई सही ढंग से चल सके और अपने ज़िन्दगी में आगे बढ़ सके |
ऐसे ही जानकारी वाले पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे पोस्ट को लिखे करें और यदि आपको लाभदायक लागे तो इसे जरूर शेयर करें और कमेंट करें ||
0 Comments
Post a Comment
Thank you for comment