How to love in shayari in Hindi |
How to love in shayari in Hindi
ज़िन्दगी की उन उसूलों को मैं क्या कहूं
प्यार तो करना है तुमसे
पर अपनी जज्बात को क्या कहूं
इश्क़ है तुमसे बस मैं इतना ही कहूं
फूलों सी खुसबू है तेरी आहट में
जब तुम निकलती हो घर से
सुनता हूँ मैं पायल की छनछनाहट में
मैं पीछे चला आता हु घर से
बिना पूछे निकल जाता हूँ
कोई पूछे तो मैं कहता हूँ
की मैं कहा जा रहा हूँ
जहाँ तुम हो वहीँ मैं जा रहा हूँ
प्यार मैं करता हूँ तुमसे
इतना की मैं कुछ कह नहीं सकता
इतना की मैं जता नहीं सकता
इतना की मैं दिखा नहीं सकता
खुद से जब मैं पूछता हूँ
की मैं ऐसे क्यों मैं बन गया हु
जवाब आता है
तुमसे ही हूँ मैं इसलिए तुम्ही पे गया हूँ
खुशनसीबी देखों मेरी
की तेरी आहट से ही पहचान जाता हूँ मैं
खुद की नहीं है फिक्र मुझे
पर सिर्फ करता रहता हूँ जिक्र तुझे
जब तक ज़िंदा रहूँगा बस तुझी से प्यार करता रहूँगा
खुद की इनायत नहीं है मुझे '
बस मैं इतना जानता हूँ की इतनी खूबसूरत हो तुम
की तुम्हारे लिए कुछ भी करता रहूँगा मैं
आज का पोस्ट अपने सच्चे प्यार के नाम। ........
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